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Tuesday 11 September 2012

RESISTANCE

  1. प्रतिरोधक— (रेजिस्र्टेस):— यह घटक अपने मे से बहने वाली विधुत धारा के प्रति अने मान के अनुसार रोध उत्पन्न करता है। वैसे तो बाजार मे अनेको प्रकार के रेजिस्टेंस उपलब्ध है,लेकिन विभिन्न कार्यो के लिए आमतौर पर कार्बन रेजिस्टेस ही प्रयोग मे लाये जाते है। कार्बन रेजिस्टेस देखने मे सिलेन्डर नुमा होते है। और इसका मान उसके उपर बनी विभिन्न रंगो की धरियो द्वारा निरूपित किया जाता है। चित्र 1 में रंगो का मान दिखाया गया है। प्रत्येक रेजिस्टेस के उपर आमतोर पर तीन चार धारिया होती है। जिनमे एक चादी या सोने के रंग की होती है। इस धारि को दायी ओर रखकर रंग बाये से दाये की ओर पढे जाते है। बाये ओर से पहले तथा दूसरे रंग का मान अंको में सीधा पढा जाता है। पहला अंक मान की इकाई व दूसरा दाहीई होता है। उसके आगे तीसरे रंग के मान के बराबर शून्य लगा दी जाती है। चौथी धारी से रेजिस्टेस के मान की टोल रैन्स का ज्ञान होता है। रेजिस्टेस को सोल्डर करने से पूर्व उसकी टागो को अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए ताकि सोल्डिग अ​च्छि आ सके। रेजिस्टेस को किलो ओहम व मेगा ओहम मे नापा जाता है।
    100 ओहम— 1 किलो ओहम
    1000 कि0 ओहम — 1 मेगा ओहम
    टाल रेंस
    सुनहरी 5 प्रतिशत
    सिल्वर 10 प्रतिशत

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